SHIV CHALISA LYRICS IN MARATHI - AN OVERVIEW

shiv chalisa lyrics in marathi - An Overview

shiv chalisa lyrics in marathi - An Overview

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श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥

अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है।

अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

गले रुण्डमालं तनौ सर्पजालं महाकालकालं गणेशाधिपालम् ।

शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

किया तपहिं भागीरथ भारी । पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग मुनि मोहे॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं here चालीसा।

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा

O Universal Lord, every single morning being a rule I recite this Chalisa with devotion. Remember to bless me in order that I may be able to achieve my material and spiritual wishes.

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥

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